साइबर अपराधी अपना रहे नए नए तौर तरीके: ज्ञानेंद्र मिश्रा
अलीगढ़। एडीजी जोन आगरा एवं यूनिसेफ के संयुक्त तत्वाधान में चलाए जा रहे ऑपरेशन जागृति फेज टू के अंतर्गत जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में किया गया। कार्यक्रम में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की वार्डन व अध्यापिकाओं ने प्रतिभाग किया। वक्ताओं द्वारा ऑपरेशन जागृति फेज टू के प्रमुख चार मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई जिसमें पहला महिलाओं के प्रति होने वाली हिंसा व बचाव, दूसरा महिलाओं को मोहरा बनाकर झूठी शिकायत व महिलाओं की सुरक्षा संबंधी कानून का दुरुपयोग करना, तीसरा प्रेम संबंधों में किशोर व किशोरियों का घर से पलायन और चौथा साइबर हिंसा व उससे बचाव शामिल रहा।यूनिसेफ के जिला समन्वयक नासिर अली खान ने विशेष रूप से महिलाओं को मोहरा बनाकर झूठी शिकायतों के माध्यम से कानून के दुरुपयोग पर प्रकाश डाला। उन्होंने कई उदहारण देकर झूठी शिकायत के माध्यम से हो रहीं सामाजिक विसंगतियों को रखा। साथ ही नए कानून में झूठी शिकायत करने वालों पर होनी वाली कार्यवाही को भी बताया।उड़ान सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ ज्ञानेन्द्र मिश्रा ने कहा कि साइबर बुलिंग से बचने के लिए अनजान व्यक्ति की फेंड रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट मत कीजिए। बालिकाएं या महिलाएं अपनी फोटो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड करते समय सावधानी बरतें। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी पर्सनल इनफॉरमेशन और फोटो तथा वीडियो को सिक्योरिटी एंड प्राइवेसी के साथ डालें। साथ ही उन्होंने सावधानी के साथ ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग करने की सलाह दी। ज्ञानेंद्र मिश्रा ने साइबर अपराधियों द्वारा अपनाए जा रहे नए नए तौर तरीकों जैसे डिजिटल अरेस्ट, पुलिस के नाम पर ठगी इत्यादि को भी प्रतिभागियों को समझाया।
यूनिसेफ की नीलम सैनी ने कहा कि प्रेम प्रसंग के मामले में जिन बालक बालिका द्वारा गलत निर्णय लिया जाता है उनको समझाए जाने की आवश्यकता है। अभिभावक बच्चों की हर छोटी-मोटी बात को ध्यानपूर्वक सुने और उस पर निर्णय लें। बच्चों के साथ समय बिताएं। एसआई रेखा तोमर द्वारा घरेलू हिंसा व उसके प्रकारों पर विस्तृत चर्चा की गई। उन्होंने घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं के लिए पुलिस द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों, कानूनी संरक्षण व सरकारी योजनाओं को समझाया।
कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों को साइबर अपराध की सूचना देने के लिए 1930, महिला हेल्पलाइन 181, वूमेन पावरलाइन 1090, चाइल्ड हेल्प लाईन 1098, पुलिस सहायता हेतु 112 आदि नंबरों के विषय में भी बताया गया। इस दौरान जिला समन्वयक बालिका शिक्षा अखिलेश मिश्रा ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में उपनिरीक्षक सोनू शर्मा, कांस्टेबल ज्योति, वैशाली, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय से आदि आरती अग्रवाल, सीमा शर्मा, रूपम दुबे, प्रीति, पूनम, सरिता राघव, अंजू सिंह, संगीता शर्मा, आरती त्यागी आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।