लापरवाही के चलते रेलवे अधिकारियों पर मुकद्मा दर्ज
अलीगढ़। रेलवे के अधिकारियों के विरूद्ध सेवा में कमी और घोर लापरवाही के कारण वरिष्ठ अधिवक्ता व वरिष्ठ समाजसेवी देवेश गौतम ने अलीगढ की न्यायालय उपभोक्ता जिला आयोग में मुकद्दमा प्रस्तुत किया। जिला उपभोक्ता आयोग अलीगढ़ के हुसनैन कुरैशी व सदस्य गण आलोक जी व श्रीमती पूर्णिमा जी नें अधिवक्ता देवेश गौतम की बहस सुनने के बाद मुकदमे को दर्ज करते हुए रेलवे के अधिकारियों के विरुद्ध नोटिस/सम्मन को जारी करते हुए न्यायालय में उपस्थित होकर या अपना जवाब अधिवक्ता के माध्यम से मांगा गया है यदि रेलवे विभाग के अधिकारीगण नियत दिनाँक 28 दिसम्बर 24 तक उपस्थित होकर अपना जवाब प्रस्तुत नही करेंगे तो न्यायालय एक पक्षीय कार्यवायी रेलवे के अधिकारीगणों के विरुद्ध करेगा। अधिवक्ता देवेश गौतम ने बताया कि उनके पिता दुर्गेश चंद्र गौतम की तरफ से मेरे माध्यम से मुकदमा प्रस्तुत किया गया है कि दिनाँक 21 अगस्त 24 को बनारस से अलीगढ के लिए लिच्छवी एक्स्प्रेस से दुर्गेश चंद्र गौतम व श्रीमती सुधारानी गौतम आ रहे थे। जब बनारस प्लेटफॉर्म पर ट्रेन आई तो बनारस के प्लेटफॉर्म पर डिस्प्ले नहीं चल रहीं थीं कि डिब्बा कहा व किस जगह पर आएगा उसे कोच के डिब्बे में सवार होना था वह करीब 600 मीटर आगे जा पहुंचा। जिससे भागदौड की स्थिति पैदा हुई और दुर्गेश चंद्र गौतम वहीं बनारस के प्लेटफॉर्म पर गिर गए और घुटने में काफी चोट आयी। श्रीमती सुधारानी गौतम ने अन्य लोगों की मदद से किसी भी तरह से डिब्बे में पहुंच पाये और अधिवक्ता देवेश गौतम ने अलीगढ आने पर अपने पिता दुर्गेश चंद्र गौतम को डिब्बे से उतार कर व्हीलचेयर पर बैठाकर कार तक ले गए और अपने घर आकर प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज कराया। इस दौरान उपभोक्ता को हुई परेशानी के लिए रेलवे अधिकारी जिम्मेदार हुए लेकिन किसी अधिकारी ने पीड़ित की नहीं सुनी इस वाबत न्यायालय का दराबाजा अधिवक्ता द्वारा खटखटाया गया। जिसके चलते रेलवे अधिकारियों पर कार्यवाही होना सुनिश्चित हुआ।