दिल्ली के सीएम की नेटवर्थ जानें, आम आदमी बताने वाले के पास है करोड़ों की संपत्ति
नई दिल्ली(एजेंसी)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शुक्रवार को राउज एवेन्यू अदालत में पेश किया है। आबकारी नीति से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अरविंद केजरीवाल को पेश कर ईडी ने 10 दिन की हिरासत की मांग की है। ईडी ने अदालत से कहा कि हमने 10 दिन की रिमांड के लिए आवेदन दिया है। प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया है। इससे पहले दिल्ली हाईकोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तारी से राहत देने से इनकार कर दिया था। ईडी अब तक इस मामले में छह चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। इस मामले में अरविंद केजरीवाल ने 10 दिनों की रिमांड मांगी है। अरविंद केजरीवाल को इस मामले में राहत मिलने की उम्मीद कम दिख रही है। वहीं अब लोगों के मन में सवाल उठने लगा है कि जहां ईडी ने कई करोड़ की राशि हवाला के जरिए आदान प्रदान करने की बात कही है तो अरविंद केजरीवाल के पास असल में कितनी संपत्ति है। वर्ष 2020 में अरविंद केजरीवाल ने चुनावी हलफनामे में संपत्ति का खुलासा किया था। इस हलफनामे के मुताबिक अरविंद केजरीवाल की संपत्ति 3.44 करोड़ रुपये है। वहीं वर्ष 2015 में अरविंद केजरीवाल की संपत्ति 2.09 करोड़ रुपये बताई गई थी। ये आंकड़ा माई नेता इंफो पर अपलोड की गई है। वहीं मुख्यमंत्री की पत्नी सुनिता केजरीवाल की बात करें तो उनके पास 12 लाख रुपये की कीमत का सोना है। उनके पास 40 हजार रुपये की चांदी है। पत्नी के नाम पर म्युच्वल फंड में 15 लाख से अधिक का निवेश किया हुआ है। अरविंद केजरीवाल के पास खुद कोई गाड़ी नहीं है मगर उनकी पत्नी के बास बलेनो कार है, जिसकी कीमत 6.20 लाख रुपये है। हलफनामे की मानें तो केजरीवाल के पास 12 हजार रुपये और उनकी पत्नी के पास नौ रुपये नकद है। उनके परिवार के कुल छह बैंक अकाउंट हैं जिनमें 33.29 लाख रुपये की राशि जमा है। उनपर कोई कर्जा भी नहीं है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को एक निचली अदालत से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की 10 दिन की हिरासत का अनुरोध करते हुए कहा कि वह शराब घोटाले के मामले में अन्य मंत्रियों और आम आदमी पार्टी के नेताओं के साथ ‘मुख्य साजिशकर्ता’ थे। आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में ईडी द्वारा गिरफ्तारी के खिलाफ उच्चतम न्यायालय से याचिका वापस लिए जाने के तुरंत बाद केजरीवाल को निचली अदालत में पेश किया गया।