बारिश से पूरे उत्तर भारत हाहाकार 70 लोगों की मौत, 10 लाख प्रभावित
नई दिल्ली (एजेंसी)।मप्र सहित पूरे उत्तर भारत में बारिश ने हाहाकार मचा रखा है। असम में जहां 60 लोगों की मौत हो गई, वहीं गुजरात में भारी बारिश के चलते 10 लोगों की मौत का समाचार है। असम में भारी बारिश से 3 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए और कई लोग बेघर हो गए। राज्य के 12 जिले पूरी तरह जलमग्न हो गए। जहां बड़े पैमाने पर राहत व बचाव कार्य चलाया जा रहा है। असम की प्रमुख नदी अलकनंदा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। मिजोरम के आइजोल में मंगलवार को लैंडस्लाइड में चार साल की बच्ची सहित तीन लोगों के मरने की सूचना है। सभी लोग अपने घर में सो रहे थे, तभी लैंडस्लाइड के कारण टिन की छत वाली बिल्डिंग ढह गई। इस दौरान परिवार के कुछ सदस्य भागकर अपनी जान बचाई, लेकिन एक कपल और उनकी बेटी मलबे में दब गए। उधर गुजरात में भी बारिश ने भारी तबाही मचाई है। सूरत में बारिश के साथ तूफानी हवा के चलते कई पेड़ उखड़ गए और कच्चे घर धराशायी हो गए। यहां भरुच, कच्छ, गांधीनगर, अहमदाबाद, मेहसाणा, पोरबंदर, जूनागढ़, वलसाड़ सहित गुजरात के निकट दादरनगर हवेली के कई जिले जलमग्न हो गए। यहां लगभग 7 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। उधर राजस्थान, पंजाब, हरियाणा में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया। वहीं उत्तराखंड में भारी बारिश से जीवन-जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया। 13 नदिया खतरे के निशान से ऊपर एक आधिकारिक बुलेटिन में बताया गया कि ब्रह्मपुत्र समेत 13 प्रमुख नदियां विभिन्न स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इसके चलते कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के अनुरोध पर डिब्रूगढ़ के हटिया अली इलाके से मछुआरों को बचाया गया है। अधिकारी ने बताया कि एएसडीएमए ने वायु सेना से अनुरोध किया कि 13 मछुआरों को बचाने में मदद करें। वहीं, एयरलिफ्ट से लोगों को बचाने में जो भी खर्चा आएगा वो भी खुद एसडीएमए ही उठाएगा। मप्र के 23 जिलों में भारी बारिश… पूरे मध्यप्रदेश में मानसून की जोरदार बारिश हो रही है। प्रदेश में मानसून के 6 दिन विलंब से आने के बावजूद जून में औसत बारिश हुई है। प्रदेश में जून में 5 इंच बारिश होती है, लेकिन इस बार लक्ष्य से सिर्फ आधा इंच बारिश दूर हुई। प्रदेश में साढ़े 4 इंच बारिश हुई। इनमें 21 जिलों में औसत से अधिक, जबकि 30 से अधिक औसत से कम बारिश हुई है। फिलहाल पूरे प्रदेश में मानसून सक्रिय है और जुलाई में औसत से अधिक बारिश का अनुमान जताया जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 5 दिनों में प्रदेश में भारी बारिश का अनुमान है। उधर देश के अन्य राज्यों में भी जोरदार बारिश हो रही है। पंजाब, उत्तरप्रदेश, हरियाणा, असम और पूर्वोत्तर राज्यों में हो रही भारी बारिश के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। जून में देशभर में 147.2 मि.मी. बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से थोड़ी कम है। दिल्ली में जून के अंतिम दो दिन में रिकार्ड बारिश से कई निचले इलाके जल मग्न हो गए। यहां अब भी कई इलाके पानी में डूबे हुए हैं। उधर दिल्ली के अलावा महाराष्ट्र में भी बारिश से लोगों का बुरा हाल है।