हाथरस भगदड़ कांड में मरने वालों के परिवार से मिले राहुल गांधी, मृतकों के परिवारों को दी सांत्वना

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हाथरस । कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी हाथरस सत्संग में मची भगदड़ में मारे गए लोगों से मिलने अलीगढ़ से हाथरस के नवीपुर के ग्रीन पार्क पहुंचे है। राहुल गांधी ने सत्संग कांड में मरने वालों के परिवार से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी और उन्हें मदद का पूरा भरोसा दिलाया। बता दें कि भोले बाबा के सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी। कांग्रेस ने हाथरस भगदड़ की घटना के लिए यूपी की योगी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। राहुल गांधी सुबह करीब पांच बजकर 10 मिनट पर दिल्ली से हाथरस के लिए रवाना हुए थे। राहुल गांधी अलीगढ़ के पिलखना में हाथरस हादसे के पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। इसके बाद वह हाथरस के नवीपुर खुर्द के पास ग्रीन पार्क और विभव नगर में पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। एक मृतक के परिवार के सदस्य से राहुल गांधी ने बातचीत की। राहुल गांधी ने पूछा कि यह घटना कैसे हुई? आपके परिवार के कितने लोगों ने इस हादसे में जान गंवाई हैं? और उनकी मदद करने की पूरी कोशिश करेंगे और सरकार से बात करेंगे क्योंकि उनकी पार्टी सत्ता में नहीं है। अपनी भाभी को खोने वाली एक महिला ने बताया कि राहुल गांधी ने उन्हें मदद का आश्वासन दिया है।

यूपी के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने हाथरस की भगदड़ की घटना के लिए यूपी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि हाथरस की घटना यूपी सरकार की विफलता है। सीएम योगी ने हाथरस का दौरा किया और बाद में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक भी वहां गए थे। वे एक साथ नहीं गए, यह बीजेपी की अंदरूनी कलह को दर्शाता है। उन्होंने भगदड़ में मारे गए लोगों के परिवार को एक करोड़ रुपए और घायलों को 25 लाख रुपए मुआवजा देने की कांग्रेस की मांग दोहराई और कहा कि हम यह भी चाहते हैं कि घटना की न्यायिक जांच उच्च न्यायालय के मौजूदा न्यायाधीश से कराई जाए। यूपी सरकार ने घटना की जांच के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट के एक सेवानिवृत्त जज की अध्यक्षता में न्यायिक जांच आयोग का गठन किया है। अजय राय ने यह भी मांग की कि नीट परीक्षा को रद्द किया जाना चाहिए और सरकार को नीट की दोबारा परीक्षा की तारीख का ऐलान करना चाहिए। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि गुजरात की उन कंपनियों को यूपी में ठेके दिए जा रहे हैं जो अवैध गतिविधियों में लिप्त हैं। राय ने कहा कि गुजरात की एक कंपनी को यूपी पुलिस आरक्षक परीक्षा आयोजित करने की जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन पेपर लीक हो गया और कंपनी का मालिक अब विदेश भाग गया है।

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