एस.सी/एस.टी एक्ट के विरोध में सामाजिक संगठन ने जताया रोष
अलीगढ़। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा सहित अनेक सामाजिक संगठनों ने पोथी गांव की घटना के विरोध में सुबह 11:00 बजे थाने का घिराव किया। किसान मजदूर संगठन के अजीत सिंह राघव ने कहा कि इस घटना की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। पुलिस प्रशासन कोई कार्यवाही नहीं कर रहा बल्कि दोषियों को बचाने का कार्य कर रही है।
भारतीय किसान यूनियन भानु के जिलाध्यक्ष कृष्णा ठाकुर ने कहा गभाना थाने में भ्रष्टाचार व्याप्त है और कोई भी काम बिना पैसे की नहीं होता यही कारण है कि 12 दिन बीत जाने के बावजूद पुलिस खाली हाथ है इसलिए हमारी एक ही मांगे की थाना प्रभारी को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए।
महाराणा प्रताप संगठन मुनेंद्र ठाकुर ने कहा कि यदि यह घटना किसी ऐसी वर्ग के व्यक्ति के साथ घटित होती तो पूरा अलीगढ़ प्रशासन इसका संज्ञान लेते हुए दूसरों के रिश्तेदार एवं परचितो को भी गिरफ्तार कर लेता जबकि इस घटना में 11 दिन बाद एसडीएम पीड़ित परिवार से जाकर मिले हैं।
प्रदेश प्रभारी डॉक्टर शैलेंद्र पाल सिंह ने बताया कि थाना का घेराव के दौरान सीओ क्राइम ए के सिसोदिया जी ने पुलिस प्रशासन द्वारा की गई कार्यवाही को सभी सामाजिक संगठनों के समक्ष रखा लेकिन परिवार एवं सभी संगठन लोग उनकी बात से संतुष्ट नहीं हुए और वार्ता विफल होने पर हजारों की संख्या में लोगों ने अपने वाहनों एवं पैदल मार्च करते हुए तहसील में तालाबंदी की और प्रशासन से 1 घंटे में एसपी सिटी को सामने आकर पुलिस कार्यवाही पर वार्ता करने का टाइम दिया लेकिन एसडीएम गभाना और एसपी सिटी महोदय ने पंचायत के सामने पुलिस का पक्ष रखा पंचायत में उपस्थित सभी लोगों की मांग थी पीड़ित परिवार को बंधक बनाकर के पीटा गया इसलिए वह धारा बढ़ाई जाए ,इस घटना का मास्टरमाइंड एक इगलास में तैनात कानून को को बर्खास्त करते हुए गिरफ्तार किया जाए, क्षेत्रा अधिकारी का गभाना एवं गभाना इंस्पेक्टर साहब को तत्काल सस्पेंड किया जाए एवं दोषियों को गिरफ्तार किया जाए जिनमें से सभी मांगों पर आपसी सहमति बनी किंतु इंस्पेक्टर एवं क्षेत्रधिकारी को न हटाने के विषय पर नारेबाजी शुरू हो गई और सभी लोगों ने तहसील के गेट पर बैठकर नारेबाजी शुरू कर दी।
करणी सेवा के मुकेश रावल ने बताया कि 1 घंटे तक तहसील के गेट पर नारेबाजी के नारेबाजी के पश्चात उन्हें प्रशासन से बढ़ता हुई उसके पश्चात इंस्पेक्टर को तत्काल प्रभाव से हटाने एवं क्षेत्राधिकार को जांच कर हटाने के आश्वासन पर धरना प्रदर्शन समाप्त हुआ। मण्डल अध्यक्ष अनुज प्रताप सिंह ने बताया कि पूरे घटना को 4:30 घंटे तक चलता रहा वरिष्ठ प्रशानिक अधिकारियों से वार्ता एवम इंस्पेक्टर गभाना को हटाने की शर्त एवम आश्वाशन पर महापंचायत खत्म हुई।
इस अवसर पर सौरभ तोमर अखिलेश तोमर,विवेक सिंह,अश्वनी सिंह राजकुमार चौहान,प्रमोद गौर ,गोपाल सिंह एडवोकेट,वेदप्रकाश शर्मा,बुलंदशहर से दीपक सिंह,संजय चौहान,देवब्रत चौहान,सुधीर सिंह रिंकू ठाकुर,संजू प्रधान,शीलू ठाकुर ,जिलापंचायत सदस्य जगजीत सिंह फौजी ,डैनी ठाकुर,मोंटी जादौन,कुलदीप सिंह गजराज लवानिया,सोनू पंडित,प्रेम शर्मा ,हरीश प्रताप सिंह,दिग्विजय सिंह लता अग्रवाल दीपक सिंह,जीतू सिंह ,पुरुषोत्तम सिंह, कुलदीप सिंह, लता अग्रवाल, बहादुर सिंह, ओमपाल सिंह, ज्योति सिंह, सुरेंद्र सिंह उटवारा, दीपक ठाकुर, मुनेन्द्र सिंह, सोहन सिंह ,बलजीत चौधरी, विक्की चौहान,गौरव तोमर,अजीत सिंह राघव,भगवान दास चौहान, प्रमोद गौड़, वेदप्रकाश शर्मा, सहित हजारो लोग उपस्थित रहे।