वाराणसी में टी20 विश्व कप फाइनल में भारत की जीत के लिए पूजा अर्चना शुरु
वाराणसी(एजेंसी)। टीम इंडिया टी20 विश्व कप 2024 के फाइनल में पहुंच चुकी है। अब आज शनिवार को दक्षिण अफ्रीका से फायनल मुकाबला होने जा रहा है। इस मुकाबले में भारत की जीत के लिए पूरे देश में पूजा अर्चना का दौर शुरु हो गया है। शुक्रवार को काशी में जहां भारत की जीत के लिए स्पेशल गंगा आरती की गई। वहीं प्रयागराज में भी लोगों ने पूजा-अर्चना कर भारतीय टीम की जीत के लिए प्रार्थना की। बता दें भारत ने गुरुवार को इंग्लैंड पर 68 रनों की जीत के साथ टी20 विश्व कप के फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है। इसके बाद, वे बारबाडोस के केंसिंग्टन ओवल में दक्षिण अफ्रीका से भिड़ेंगे, जो टूर्नामेंट की भारत के साथ-साथ एकमात्र अन्य अपराजित टीम है। वाराणसी के अलावा प्रयागराज में भी संगम के किनारे लोग ढोल-मजीरे के साथ इकट्ठे होकर प्रार्थना करते नजर आए। भारत के झंडे और खिलाड़ियों की तस्वीरों के साथ एकत्रित लोगों ने हनुमान चालीसा का पाठ किया और भारत की जीत के लिए दुआ की। टी20 विश्व कप 2024 का फाइनल मुकाबला 29 जून को भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेला जाएगा। नमामि गंगे टीम के एक सदस्य राजेश शुक्ला ने कहा, टीम इंडिया ने शानदार प्रदर्शन करते हुए इंग्लैंड को हराया और फाइनल में जगह बनाई। हम कामना करते हैं कि भारत खिताबी जंग में भी शानदार प्रदर्शन करे और ट्रॉफी के साथ स्वदेश लौटे। हमारे पास सुनहरा मौका है आईसीसी ट्रॉफी के लंबे इंतजार को खत्म करने का और हमें पूरी उम्मीद है टीम इंडिया इस बार सफल होगी। गुरुवार को सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका ने अफगानिस्तान और भारत ने बारिश से बाधित मैच में इंग्लैंड को हराकर फाइनल में जगह बनाई। दोनों ही टीमें अभी तक टूर्नामेंट में अजेय रही है। फैंस को एक रोमांचक फाइनल मुकाबले का बेसब्री से इंतजार है। भारत आईसीसी टूर्नामेंट में अपने कई वर्षों के सूखे को खत्म करने और 2007 के बाद अपना दूसरा टी20 विश्व कप जीतने का लक्ष्य लेकर मैदान में उतरेगा। इस मुकाबले को लेकर भारतीय फैंस काफी उत्साहित हैं और वो उम्मीद कर रहे हैं कि इस बार टीम इंडिया ट्रॉफी के साथ स्वदेश लौटेगी। इस मैच से पहले काशी की नमामि गंगे टीम ने विश्वनाथ धाम स्थित गंगा द्वार पर मां गंगा की आरती उतारकर भारतीय टीम के लिए प्रार्थना की। फैंस के हाथों में भारतीय क्रिकेटरों की तस्वीर, क्रिकेट बैट और राष्ट्रध्वज नजर आया। भारत माता की जय, चक दे इंडिया की गूंज से गंगा द्वार का परिसर गूंज उठा।