भाजपा में सीएम पद को लेकर मची अंदरूनी कलह
भोपाल (एजेंसी)। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले ही भाजपा के दिग्गज नेताओं में सीएम पद को लेकर महत्वाकांक्षा जागने लगी है। अब तक मध्यप्रदेश में सीएम शिवराज सिंह चौहान के अलावा नरेंद्र सिंह तोमर, कैलाश विजयर्गीय, प्रहलाद सिंह पटेल ही सीएम पद के दावेदार माने जा रहे थे। इस बीच भाजपा के कद्दावर नेता शिवराज सरकार में वरिष्ठ मंत्री पं. गोपाल भार्गव सीएम पद की दौड़ में कूद पड़े हैं। उन्होंने इशारों ही इशारों में मध्यप्रदेश का सीएम बनने की इच्छा जताई है। विधानसभा चुनाव के ठीक पहले पं गोपाल भार्गव के इस बयान से पार्टी में सीएम पद को लेकर कलह मचने के आसार बढ़ गए हैं। शिवराज सरकार में वरिष्ठ मंत्री पं गोपाल भार्गव ने हाल ही में रहली में आयोजित एक कार्यक्रम में अपनी महत्वाकांक्षा को जाहिर करते हुए कहा कि, गुरूजी की आज्ञा है कि, एक बार और चुनाव लड़ो। मुझे भी लगा कि, गुरु आज्ञा है, तो जरूर उनकी कुछ इच्छा होगी। उन्होंने कहा कि इस बार पार्टी ने किसी को सीएम प्रोजेक्ट नहीं किया है। केवल नाम चल रहे हैं कि, इसे सीएम बना सकते हैं, उसे सीएम बना सकते हैं। हम बता दें कि पं गोपाल भार्गव इसके पहले भी एक कार्यक्रम मुख्यमंत्री बनने की इच्छा जता चुके हैं। तब उन्होंने कहा था कि, अभी में पूरी तरह से चुस्त और फिट हूं।
-गोपाल के बयान से भाजपा में मच सकती है खींचतान
भाजपा सूत्रों के अनुसार विधानसभा चुनाव के ठीक पहले मंत्री गोपाल भार्गव का इस तरह का बयान सामने आने के बाद भाजपा में सीएम पद की दावेदारी को लेकर अंदरूनी खींचतान शुरू हो सकती है। हम बता दें कि, इसके पहले इंदौर विधानसभा क्रमांक-एक से बतौर भाजपा प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरे पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी कह चुके हैं कि, पार्टी ने यूं ही मुझे विधानसभा नहीं लड़ाया है। पार्टी मुझे बड़ी जिम्मेदारी देना चाहती है।
-ये भी हैं सीएम पद के दावेदार
पार्टी ने अभी भाजपा के कद्दावर नेता एवं तीन केन्द्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर, प्रहलाद सिंह पटेल, फग्गन सिंह कुलस्ते सहित भाजपा राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को विधानसभा मैदान में उतारा है। जिन्हें पहले से मप्र में सीएम पद का दावेदार माना जा रहा है। इसके अलावा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया सीएम पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं।